Saturday, November 18, 2023

सन्नाटा

कितना आसान है चले जाना
और लौटना उतना ही मुश्किल
फूल पर भ्रमर का आना ज्यादा सुखद है
या उसका चला जाना ज्यादा दुःखद
उन्माद का त्रासदी हो जाना
और उसका वापस लौट कर
फिर कभी उस फूल पर न आना
क्या ? इसलिए फिर झड़ जाते हैं फूल
सवाल उन गिरे हुए फूलों से करना
इतना आसान नहीं उनका खिलना
आसान है उनका शाख से चले जाना
भ्रमर आने का शोर करता है
जाने की कोई आवाज़ नहीं होती
होता है तो सिर्फ सन्नाटा ।
©युगेश  

चित्र - गूगल आभार


Rate this posting:
{[['']]}

Tuesday, May 16, 2023

प्रथम वर्ष प्रेम का

प्रथम वर्ष प्रेम का
तेरे मेरे गठजोड़ का
जैसे कोई मधुर राग
और जल्दी बीते फाग।

कभी दिखे चितचोर
और कभी दिखे बरजोर
कभी हाथो में ले हाथ
कभी करते दो दो हाथ।

दिल की बातें आँखों से
आँखें करती इशारे
अकुलाई कभी घबराई सी
कभी मन में फूटते शरारे।

तवे से निकली रोटी
थोड़ी पकी थोड़ी कच्ची
जैसे अल्हड़ हमारा प्यार
और समय लाए निखार।

धीरे मिटे मन की झिझक
आँखों में एक-दूजे की ललक
कैनवास को रंगता चित्रकार
जिसे रंग भरता तेरा मेरा प्यार।
©युगेश


Rate this posting:
{[['']]}