बड़ी कसमसाई नाज़ुक खयाल रखती है
वो लड़की जो लम्बे बाल रखती है।
आँखों पर कितनें अनगिनत सवाल रखती है
मेरा नाम लिख, चेहरे को लाल रखती है।
कैसे न सुनूँ , न मानूँ बातें उसकी
कितने सलीके से वो हर बात रखती है।
बाहों से उठाकर उसे मैं दिल में रखता हूँ
लड़की वो मुझको इतनी जमाल लगती है।
घबरा भी जाता हूँ उसके सवालों से कभी
वो लड़की कभी गज़ब कोतवाल लगती है।
उसके चेहरे पर हमेशा नूर दमकता है
मुखड़े पर जाने कहाँ से लाकर चाँद रखती है।
उसकी आँखों से देखी जब से दुनिया मैंने
ये दुनिया भी क्या खूब कमाल लगती है।
©युगेश