आज की ताज़ा खबर
मीडिया की पैनी नज़र
सवाल करती, चीखती, गुर्राती
कभी अपने कमीज की बाहें तानकर
तो कभी आँखें गुरेरकर
कहती, ये सच है
और हम मान भी लेते
पर नहीं मानता वो आदमी
जो सड़क पर बेतहाशा चला जा रहा है
तो उस जुझारू पत्रकार ने पूछ लिया
आपकी इस घटना पर क्या प्रतिक्रिया है
वो आदमी चुप रहा
चलता रहा
और न ही रुकी मीडिया
पूछती रही
पर जवाब कोई न मिला
पर स्तम्भ इतना भी कमजोर नहीं होता
उसने झकझोरा उसे
कहा क्या तुममें आत्मीयता नहीं
या नहीं है दया
या नहीं जानते जो चला गया
उसे इंसाफ नहीं मिला
वो आदमी मुस्कुराया
एक चिट्ठी उसके हाथों में दी
और कूद गया पूल से
मीडिया ने कहा बड़ा बेवकूफ आदमी था
और फेंक दी चिठ्ठी
चिठ्ठी उड़ते हुए कैमरे के ग्लास पर जा टिकी
लिखा था "भूख"
खैर, कैमरा On नहीं था
या On नहीं किया गया?
पता नहीं
किसी ने आँखें नहीं तरेरी
न ही कमीज़ की बाहें तानी
सब सच्चे मुद्दे दिखाने में व्यस्त थे।
©युगेश
चित्र - गुगल आभार |
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