वैलेंटाइन week में सरस्वती पूजा
लंका दियो लगाए
कोई निकले विद्या की खोज में
कौनो को विद्या ही भरमाए
पूजा के ओट में उहो
चल दिये teddy day मनाए
हंस चचा रूठ गए
जा कर बगरंज दल दियो बताए
पहुँचे बाबा लेके लाठी
दिए बारम्बार बजाए
जब कान खींच के आँख तरेरी
मुन्ना देख उहे बौराए
सारे तुम निकले घर से
बोले देवी को परसाद चढ़ाए
तुम सारे garden में बैठे
इन देवी पर पैसे हमरे लुटाए
बिटवा बोला धीरज धरो बाबूजी
हम दिल का हाल बताए
निकले थे हम विद्या के खोज में
पर उसकी बहनी हमको भाए
अब सोच सोच कर हम हारे
कि कौनो जतन लगाए
बतलाए तब माई को अपनी
देख उसे कैसे मन हरषाए
बोली सीखो बाऊजी से
क्या क्या हथकंडे अपनाए
हमको अपना बनाने को
क्या गज़ब मार थे खाए
अरे!बस कर बस कर
बाऊजी मुन्ने को समझाए
ठिठोली फिर फूट पड़ी
बाऊजी अब किसको समझाए
गज़ब करे है ये युवा पीढ़ी
जहाँ मंदिर के छाया में
वहीं valentine day दियो मनाए।
©युगेश
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लंका दियो लगाए
कोई निकले विद्या की खोज में
कौनो को विद्या ही भरमाए
पूजा के ओट में उहो
चल दिये teddy day मनाए
हंस चचा रूठ गए
जा कर बगरंज दल दियो बताए
पहुँचे बाबा लेके लाठी
चित्र - गूगल आभार |
जब कान खींच के आँख तरेरी
मुन्ना देख उहे बौराए
सारे तुम निकले घर से
बोले देवी को परसाद चढ़ाए
तुम सारे garden में बैठे
इन देवी पर पैसे हमरे लुटाए
बिटवा बोला धीरज धरो बाबूजी
हम दिल का हाल बताए
निकले थे हम विद्या के खोज में
पर उसकी बहनी हमको भाए
अब सोच सोच कर हम हारे
कि कौनो जतन लगाए
बतलाए तब माई को अपनी
देख उसे कैसे मन हरषाए
बोली सीखो बाऊजी से
क्या क्या हथकंडे अपनाए
हमको अपना बनाने को
क्या गज़ब मार थे खाए
अरे!बस कर बस कर
बाऊजी मुन्ने को समझाए
ठिठोली फिर फूट पड़ी
बाऊजी अब किसको समझाए
गज़ब करे है ये युवा पीढ़ी
जहाँ मंदिर के छाया में
वहीं valentine day दियो मनाए।
©युगेश
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